निर्धारित समय में किया गया काम वक़्त को भी हरा देता है। निर्धारित समय में किया गया काम वक़्त को भी हरा देता है।
मैं अपने ख्यालों से निकाल वापिस रेल में आ गया। मैं अपने ख्यालों से निकाल वापिस रेल में आ गया।
कई लोग ऐसे है जिनके पास ना कोई नियमित काम है और ना स्थायी घर। कई लोग ऐसे है जिनके पास ना कोई नियमित काम है और ना स्थायी घर।
सोचता हु ज़माने की परवाह क्यू करे हम जब ज़माना खुद बेफिक्र है उन हादसों से अच्छे बुरे लम्हों से तो हम... सोचता हु ज़माने की परवाह क्यू करे हम जब ज़माना खुद बेफिक्र है उन हादसों से अच्छे ...
"अरे मेकअप तो देखो आंटीजी का,कोई कहेगा आज इनकी तीसवीं सालगिरह है। वैसे भी इन लोगों की त "अरे मेकअप तो देखो आंटीजी का,कोई कहेगा आज इनकी तीसवीं सालगिरह है। वैसे भी इन लोग...
ऐसा बहुत सी बातों में पहले भी होता आया है पर रिद्धिमा कभी दिमाग नहीं खराब करती अपना, बस ऐसा बहुत सी बातों में पहले भी होता आया है पर रिद्धिमा कभी दिमाग नहीं खराब करती अ...